जनसेवा की अनूठी कहानी:नोबेल पीस प्राइज के लिए पंजाब के प्रेम सिंह नॉमिनेट, 31 साल से कर रहे कुष्ठ रोगियों की सेवा; शुरुआत में सबकुछ बेच दिया था

रोपड़ जिले के गांव बहरामपुर जमींदारां से ताल्लुक रखते हैं प्रेम सिंह, 2011 में बतौर ऑडिट ऑफिसर रिटायर हुए,मरीजों के पुनर्वास पर खुद ही करते हैं खर्च, पहले घर बेचा फिर पत्नी के गहने; ले चुके हैं लोन भी,2002 में राष्ट्रपति डॉ. एपीजे कलाम के हाथों तो अक्टूबर 2019 में रामनाथ कोविंद से मिला नेशनल अवार्ड
जनसेवा की अनूठी कहानी:नोबेल पीस प्राइज के लिए पंजाब के प्रेम सिंह नॉमिनेट, 31 साल से कर रहे कुष्ठ रोगियों की सेवा; शुरुआत में सबकुछ बेच दिया था
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