1 से 2 डिग्री औसतन टेंपरेचर बढ़ने से गेहूं का प्रति खेत 3 व चावल में डेढ़ क्विंटल तक उत्पादन गिरने का डर,सूबे में खेती आर्थिकता के लिए बड़ी चिंता, फसल सुरक्षा के लिए बढ़ेगा खर्च
मुसीबतों का मौसम:खेती का क्लाइमेट चेंज, क्योंकि- 2020-21 में 2 लाख एमटी घटी गेहूं की उपज; इस बार 32 लाख मीट्रिक टन
{$excerpt:n}