कहा -मास्क मैं पहनता नहीं, दूरी मैं रखता नहीं, क्योंकि दिल है कि मानता नहीं
लापरवाही का नतीजा-केस हुए दोगुने:14 दिन पहले तक शहर में रोज 15 के आसपास कोरोना मरीज मिल रहे थे, अब मिल रहे हैं 40 के आसपास
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कहा -मास्क मैं पहनता नहीं, दूरी मैं रखता नहीं, क्योंकि दिल है कि मानता नहीं
लापरवाही का नतीजा-केस हुए दोगुने:14 दिन पहले तक शहर में रोज 15 के आसपास कोरोना मरीज मिल रहे थे, अब मिल रहे हैं 40 के आसपास
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