महाभारत युद्ध में दिन में बहती थी खून की नदी:रात में कौरव-पांडव ऐसे मिलते-हंसते-बोलते जैसे कोई दुश्मनी ही न हो

महाभारत युद्ध में दिन में बहती थी खून की नदी:रात में कौरव-पांडव ऐसे मिलते-हंसते-बोलते जैसे कोई दुश्मनी ही न हो
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